Updated Mon, 26 May 2025 05:55 AM IST

राजधानी में शनिवार मध्य रात्रि के बाद हुई जमकर बारिश ने मई महीने में होने वाली बारिश का 125 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

राजधानी में शनिवार मध्य रात्रि के बाद हुई जमकर बारिश ने मई महीने में होने वाली बारिश का 125 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस माह 186.2 मिमी बारिश अब तक हो चुकी है। रविवार तड़के तक 81.4 एमएम बारिश दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार, पिछला रिकॉर्ड मई 2008 में 165 मिमी बारिश का था। 

यानी इस साल मई में 2008 के मुकाबले 21.2 मिमी बारिश अधिक हुई है। जबकि, अभी महीना खत्म होने में छह दिन शेष हैं। मौसम में लगातार उतार चढ़ाव को देखते हुए बारिश की आशंका बनी हुई है। 

बारिश के दौरान तेज हवाएं और बिजली कड़कने की घटनाएं भी घटी। मई महीने में जहां मौसम गर्म और लू का प्रकोप होता है, लेकिन इस बार मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला है।

आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार सुबह 5:30 बजे तक 81.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। शनिवार देर रात 01:15 बजे से 02:30 बजे के बीच रात में आए तूफान के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई।

इस बीच पारा 8 से 10 डिग्री सेल्सियस गिरकर 31 से 22 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। भीषण गर्मी के बीच 82 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवाओं और भारी बारिश ने दिल्ली में मौसम सुहावना कर दिया।  

बारिश के कारण

मौसम विभाग के एक वैज्ञानिक ने बताया कि राजधानी पर इन दिनों एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। साथ ही बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही नम हवाएं, स्थानीय गर्मी से टकराकर वातावरण में अस्थिरता पैदा कर रही हैं। यही अस्थिरता तेज हवाओं, बिजली और बारिश की वजह बन रही है।

मौसम वैज्ञानिक इसे ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन से भी जोड़कर देख रहे हैं। अचानक मौसम का बदलना, तूफानों की तीव्रता और बार-बार आंधी आना ये संकेत हैं कि वातावरण में कुछ गड़बड़ है। यह जलवायु संकट की दस्तक है। इसके अलावा, केरल में इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने समय से पहले दस्तक दे दी है।

आईटीओ पर होने वाले भारी जलभराव का होगा स्थायी समाधान

आईटीओ पर हर साल बारिश के दिनों में भारी जलभराव से होने वाली परेशानी का स्थायी समाधान किया जाएगा। यहां पर आईटीओ पंप स्टेशन (इंद्रप्रस्थ पुलिस स्टेशन के पास) से नाला नंबर 12ए तक डक्टाइल आयरन पाइपलाइन बिछाई जाएगी।  दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी की ओर से 690 मीटर लंबाई में 450 मिमी डीआई पाइपलाइन बिछाने का टेंडर जारी किया है। जल्द ही पाइप बिछाने का काम शुरू होगा। 

इस परियोजना में इस्तेमाल हो रही डक्टाइल आयरन पाइप लचीली होने से इसके टूटने का खतरा कम रहेगा। ये 50-100 साल तक टिकाऊ होती है। उच्च क्षमता और टिकाऊपन के कारण इससे पानी का तेजी से निकास होगा। जंग-रोधी कोटिंग और मजबूत सामग्री के कारण लंबे समय तक रखरखाव की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। तेज जल निकासी से सड़कों और आसपास जलजनित प्रदूषण कम होगा।

पिछले साल मानसून सीजन में तेज बारिश होने पर आईटीओ पर भारी जलभराव से लोग परेशान रहे। इस सबसे व्यस्त रास्ते पर परिवहन व्यवस्था ठप रही, कई घंटे तक ट्रैफिक लाइटें बंद पड़ी रहीं। पीडब्ल्यूडी ने यहां करीब 690 मीटर लंबी डीआई पाइपलाइन बिछाने के लिए 1.11 करोड़ रुपये की लागत से टेंडर जारी किया है। 

बिना यातायात रोके दो माह में पूरी होगी परियोजना

पीडब्ल्यूडी ने इस परियोजना को दो महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। टेंडर की आखिरी तारीख 31 मई है। इस परियोजना में मिट्टी खनन, आरसीसी, स्टील वर्क के साथ डीआई पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इसके अतिरिक्त 600 मिमी व्यास की एमएस पाइप को जैक पुशिंग तकनीक से 3 मीटर की गहराई में डाला जाएगा।

इससे सड़क पर यातायात प्रभावित नहीं होगा। सड़क के नीचे मौजूद पानी, सीवर, टेलीकॉम और बिजली लाइनों को भी सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी रहेगी, ताकि निर्माण के दौरान कोई बाधा न हो।